उड़ीसा में जैन धर्म का प्रचार
प्राचीन भारतीय इतिहास एवं संस्कृति के ज्ञान के साधन स्वरूप यहाँ की विभिन्न धार्मिक परम्पराओं का अपना महत्वपूर्ण स्थान है।...
प्राचीन भारतीय इतिहास एवं संस्कृति के ज्ञान के साधन स्वरूप यहाँ की विभिन्न धार्मिक परम्पराओं का अपना महत्वपूर्ण स्थान है।...
२. वाक्पति (लगभग ८५०-७० ई०) शासन काल नन्नुक की मृत्यु के पश्चात् उसके पुत्र तथा उत्तराधिकारी' वाक्पति सन् ८५० ई०...
चन्देल भाग १ महाराज हर्ष को मृत्यु के पश्चात् रुधौज में महान राज्य सन्ति हुई। अर्जुन' यशो- नत ने एक...
चन्देलों की उत्पत्ति चन्देलों की उत्पत्ति का विषय बड़ा ही विवादग्रस्त है। डॉक्टर स्मिथ सरीखे विद्वानों की धारणा है कि...
As the First year of his successor, Chandra Gupta II, is stated to be 375 A.D. in his Mathura Pillar...
More definite information about the Gupta rulers is obtained from the third generation since Sri Gupta. The third Gupta ruler...
Political condition – In the third century A. D. the political scene changed and India lacked political unity, giving way...
There was great development in the three branches of fine art- architecture, sculpture, and painting. The period of Gupta art...
इतिहास विषय महत्व का विषय तो रहा, लेकिन इतिहास लेखन का कोई स्कूल या सिद्धान्त नहीं रहा। इतिहास धर्मशास्त्रों, अर्थशास्त्रों,...
कुलोत्तुग प्रथम के सिहासनारोहण से चोल राजवंश में एक नवयुग का शुभारंभ हुआ। शताब्दियों से जो वेंगी मण्डल स्पष्ट रूप...