उड़ीसा में जैन धर्म का प्रचार
प्राचीन भारतीय इतिहास एवं संस्कृति के ज्ञान के साधन स्वरूप यहाँ की विभिन्न धार्मिक परम्पराओं का अपना महत्वपूर्ण स्थान है।...
प्राचीन भारतीय इतिहास एवं संस्कृति के ज्ञान के साधन स्वरूप यहाँ की विभिन्न धार्मिक परम्पराओं का अपना महत्वपूर्ण स्थान है।...
प्राचीन भारतीय इतिहास एवं संस्कृति के ज्ञान के साधन स्वरूप यहाँ की विभिन्न धार्मिक परम्पराओं का अपना महत्वपूर्ण स्थान है।...
भारत धर्मपरायण लोगों का देश है। देशवासी हिन्दू हैं, मुसलमान हैं, जैन एवं बौद्ध, ईसाई, पारसी, यहूदी, बहाई, आदि सभी...
२. वाक्पति (लगभग ८५०-७० ई०) शासन काल नन्नुक की मृत्यु के पश्चात् उसके पुत्र तथा उत्तराधिकारी' वाक्पति सन् ८५० ई०...
चन्देल भाग १ महाराज हर्ष को मृत्यु के पश्चात् रुधौज में महान राज्य सन्ति हुई। अर्जुन' यशो- नत ने एक...
चन्देलों की उत्पत्ति चन्देलों की उत्पत्ति का विषय बड़ा ही विवादग्रस्त है। डॉक्टर स्मिथ सरीखे विद्वानों की धारणा है कि...
The Asramas In Early Medieval India There were two main elements of the social organisation, one of which was varna,...
Indo-Arab relations may be traced to the period earlier than the establishment of Islam. The merchants of both sides carried...
As the First year of his successor, Chandra Gupta II, is stated to be 375 A.D. in his Mathura Pillar...
More definite information about the Gupta rulers is obtained from the third generation since Sri Gupta. The third Gupta ruler...